गुरुवार, 13 मई 2010

हमर गामक यात्रा


ई बुध्ध के धरती अछि ,ई महवीर के धरती अछि , यानी समता आ समानता अहि ठाम के धरती पर विरासत मे भेटल अछि .देश -विदेश रहै वाला मैथिल समुदाय के बिहार क समता मूलक समाज क पहिल ज्ञान पटना पहुचैत भय जायत छैन्ह .पटना अहाँ हवाई जहाज स उतरी या फिर राजधानी स या फिर कोनो स्पेशल ट्रेन स .स्टेशन पर उतरलाक बाद सबके सामने एकेटा समस्या आब गाम कोना पहुचव.देशक ई पहिल राजधानी पटना अछि जाही ठाम लोककें बस अड्डा ताकैक के लेल सबसँ बेसी जदोजेहद करै पडैत छैक .अगर अहाँ भारी मसक्कत के बाद बस अड्डा पहुची गेलहुं त अहाँ के सामने समस्या आउर विकट भय जायत जे बस कखन भेटत आउर कोन बस जायत .बस अड्डा बिहारक ट्रांसपोर्ट माफिया के गिरफ्त मे अछि .जे जेहन दादा तकर बस मे ततबे सबारी कोचल .अगर कोनो बस ऊपर निचा लदल अछि त कही सकैत छी जे ई बस स्टैंड के दादा के छैन्ह .बिहार सरकार क ट्रांसपोर्ट निजाम क हालत ई अछि जे शहर के बीचोबीच बस स्टैंड अछि लेकिन बस नदारद .तखन ल दक भरोसा प्राइवेट बस मालिक पर .तें हुनकर ई मर्जी छैन्ह जे ओ अपन बस के कखन खोलता .एतेक बातक गारंटी अछि जे अहाँ अपन गंतब्य पर पहुचब जरूर लेकिन कखन ,ई पुछबाक दुसाहस अहाँ नहि कै सकैत छी .

कहल जायत अछि जे सड़क कोनो जगह के प्रगति के आइना अछि .लेकिन बिहार मे सड़क प्रगति के सूचक कदापि नहि भय सकैत अछि .नितीश सरकार क उपलब्धि मे सड़क के सबस ऊपर राखी सकैत छी लेकिन अहि सड़क पर यातायात २० साल पहिनुक कहानी दोहरावैत अछि .एयर पोर्ट पर अहाँ के टैक्सी जरूर भेटत लेकिन रेट ओही टैक्सी वाला के छैन्ह ,यानी अहाँक हाथ मे सूटकेश आ बैग के ब्रांड तय करैत अछि जे अहाँ सबारी योग्य छी व नहि .यानी पूरी दुनिया के दुरी अहि दौर में भले ही कम भय गेल हुए लेकिन बिहार में शहर स गाम एखनो काफी दूर अछि .२०-२५ कि मी के यात्रा एखनो बिहार मे घंटो के यात्रा अछि .ई हालत तखन जखन कि गाम स लयक शहर के सड़क संपर्क आब दुरुस्त अछि .तखन मुश्किल कतय अछि ?की पूरा ट्रांसपोर्ट निजाम पर किछु लोकक कब्ज़ा अछि .आ सरकार वेवस आ लाचार अछि .कहल जायत अछि जे यातायात आ ओकर किराया सरकार तय करैत अछि तखन ई पूछल जा सकैत अछि जे बिहार मे मोटर स लयक टेम्पू आ टेक्सी के किराया के तय करैत अछि .सिर्फ १५-२० कि मी क यात्रा के लेल टैक्सी वाला अहाँ स ६००-७०० वसूल सकैत अछि .५-८ कि मी बस यात्रा के लेल बस कंडेक्टर अहाँ स २५-३० रुपया ओसुल सकैत अछि .आ लोग ख़ुशी ख़ुशी दय रहल छैथ त मानल जा सकैत अछि जे या त अहिठामक लोकक ई मजबूरी अछि या फिर हुनकर आर्थिक स्थिति काफी सुदृढ़ भेलैंह अछि .
ई परेशानी हर परदेसी के सामने अछि .आहाँ गाम स बाहर निकलहूँ आ परदेशी भय गेलहुं .पटना स्टेशन पर मजदूर क टोली टीटी स अहि लेल जदोजेहद करैत अहाँ के भेट सकैत छैथ जे टीटी एक मुस्त हुनका सबपर २०००-३०००  हजार जुरमाना ठोकी देने छैथ .मजदूरक कसूर ई जे वो टिकट लयक दोसर गाड़ी में चढ़ी गेलैथ या फिर जेनरल टिकट लयक सुपर फास्ट मे चढ़ी गेलैथ .बस स्टैंड पर ओ मजदूर कोनो कंडक्टर स अहि लेल झगड़ी रहल भेटता जे हुनका सबस कियो पहिने टिकट के पैसा ओसुल लेलक आ हुनका सबके बस मे बैठा देल्कैंह .लेकिन घंटा आध घंटा के बाद कियो दोसर कंडक्टर उपस्थित होयत छैथ दुबारा पैसा ओसुल्वाक लेल .अहाँ पूछी सकैत छी जे कतय छैथ सरकार आ के सुनत अहि मजदूरक फरियाद .अगला बेर ज अहाँ गाम जाय आ अहि स्थित मे कोनो सुधार अहांके भेटाय त अहाँ जरूर लिखब .भय सकैत अछि हम एक फेर गाम जयबाक दुसाहस करी .

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